छोड़कर सामग्री पर जाएँ

होमपेज

वेबसाइट के इस खंड में, हम योग परंपरा, आधुनिक मनोविज्ञान और अपने स्वयं के अनुभव का उपयोग करके अपने दिमाग को समझने की कोशिश करेंगे। इस जानकारी का लक्ष्य आपके आंतरिक कार्यशील मन और चेतना को बेहतर ढंग से समझने में आपकी मदद करने का प्रयास करना है। इस समझ और योग की कुछ सूक्ष्म साधना के माध्यम से, आप अपनी प्रतिबंधित सोच (धारणा) से मुक्त हो सकते हैं और आप जान सकते हैं कि आप वास्तव में कौन हैं। इतना ही नहीं आप अपनी रचनात्मक (क्रीएटिविटी ) और सचेत क्षमता (जागरूकता) बढ़ा सकते हैं।

हमारा मानना ​​है कि जीवन के इस अनिश्चित समय में यह जानकारी बहुत आवश्यक है। इस अतिउत्तेजनापूर्ण आधुनिक दुनिया में, मन को शांत करने में सक्षम होने एक बड़ा लक्ष्य है। नई तकनीक का संतुलन के साथ उपयोग करना एक कठिन कार्य है और यदि आपको संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा है तो आप अकेले नहीं हैं। इसका जवाब यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए कि सब कुछ छोड़ दें और गुफा में रहें। आप नई प्रौद्योगिकी के अनेक लाभ उठा सकते हैं और साथ ही में आंतरिक शांति का स्तर भी बनाए रख सकते हैं।

हमने इसे अपनी वेबसाइट के अन्य वर्गों से अलग रखा है, ताकि इसे नेविगेट (संचालन) करना आसान हो सके। अन्य भाग शारीरिक और ऊर्जावान अभ्यासों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं (https://pranayoga.co.in/asana/) यह खंड ज्ञान योग के बारे में है।

ज्ञान-योग, योग के चार मार्गों में से एक है जो हमारे अस्तित्व की प्रकृति को समझाने का प्रयास करता है। यह समझाने की कोशिश करता है कि हमारा मन, ऊर्जा, भावना और शरीर कैसे काम करते हैं ताकि हम परतों को छीलकर अपने वास्तविक रूप तक पहुँच सकें।

यहाँ वेबसाइट के कुछ महत्वपूर्ण खंड दिए गए हैं।

मस्तिष्क की समझ

हमारे अस्तित्व की पाँच परतें- पंचकोश