अंतःकरण चतुष्टय- मन के चार भाग
अर्थ -> अंतः – आंतरिक ; करण – संचालन, गतिविधि अंतःकरण, “आंतरिक गतिविधियाँ” हमारे सामने की स्थिति (आंतरिक या बाहरी) के जवाब में हमारे मन… और पढ़ें »अंतःकरण चतुष्टय- मन के चार भाग
अर्थ -> अंतः – आंतरिक ; करण – संचालन, गतिविधि अंतःकरण, “आंतरिक गतिविधियाँ” हमारे सामने की स्थिति (आंतरिक या बाहरी) के जवाब में हमारे मन… और पढ़ें »अंतःकरण चतुष्टय- मन के चार भाग